दोस्तों,खेल की दुनिया में इनको क्रिकेट के भगवान मानते है |जब ये मैदान मै उतरते है तो तब चारो तरफ एक ही आवाज गुजती रहती है...........सचिन..........सचिन..............सचिन.........|इन्होने खेल जगत मै कई सारे रिकॉर्ड बनाये है शायद ही कोई इनके रिकॉर्ड को तोड़ पायेगा |इसिलए इनको कई सारे अवार्ड मिले हे और भूतपूर्व कप्तान भी रह चुके है |तो चलिए जानते है की,इनके कुछ अवार्ड्स,और qualification क्या हे,बायोग्राफी,और नेट वर्थ (२०२०) और ये क्रिकेट की दुनिया मै कैसे आये|
बायो |
|
पूरा नाम | सचिन रमेश तेंदुलकर |
निकनेम(names earns) | तेंडल्या,लिटिल मास्टर,क्रिकेट के भगवान, मास्टर ब्लास्टर, मास्टर,लिटिल चैंपियन |
प्रोफेशन | क्रिकेटर |
पर्सनल लाइफ | |
बर्थ डेट | २४ अप्रैल १९७३ |
वय(२०२०) | ४७ वर्ष |
Nationality | इंडियन |
झोदिक sign | मिथुन |
जन्म ठिकान | निर्मला नर्सिंग होम,दादर,बॉम्बे (मुंबई),महाराष्ट्र |
गृहनगर (hometown) | मुंबई,महाराष्ट्र ,इंडिया |
स्कूल | · इंडियन एजुकेशन सोसाइटी ,न्यू इंग्लिश स्कूल इन बांद्रा (ईस्ट),मुंबई · शर्दार्श्रम विद्यामंदिर स्कूल,दादर,मुंबई |
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन | हाई स्कूल |
रिलिजन | हिन्दू |
कास्ट | ब्राह्मण |
एड्रेस | 19-A पैरी क्रॉस रोड बांद्रा (वेस्ट),Mumbai |
होब्बिएस (hobbies) | |
भोतिक शैली | |
ऊँची | 5 फीट 5 |
आँखों का कलर | डार्क ब्राउन |
बालो का कलर | ब्लैक |
फॅमिली | |
पेरेंट्स | मदर नाम -रजनी तेंदुलकर फादर नाम :रमेश तेंदुलकर |
भाई और बहन | नितिन तेंदुलकर (बड़ा भाई) अजित तेंदुलकर (बड़ा भाई) सविता तेंदुलकर (बड़ी बहन) |
वाइफ | अंजलि तेन्दुलकर् |
चिल्ड्रेन | सारा तेंदुलकर अर्जुन तेंदुलकर(क्रिकेटर) |
कार कलेक्शन | |
| Nissan G7-R BMW “30Jahre M5” BMW X5M BMW X5 MU5UD BMW 760Li BMW i8 |
रिलेशनशिप | |
मैरिज डेट | 24 may 1995 |
इनकम | |
नेट वर्थ | 1090crore ($150 millian) |
मंथली इनकम | 4crore+ |
इयरली | 50 crore |
क्रिकेट | |
जर्सी नंबर | #10(india) #10(IPL mumbai indians) |
कोच/मेंटर | रमाकांत आचरेकर |
favourite शॉट | स्ट्रैट ड्राइव |
घरेलु टीम
| · मुंबई · मुंबई indians · योर्कशायर |
अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू
| · ODI-18 Dec 1989 pakistan के खिलाफ गुजरांवाला में · Test-15 Nov 1989 pakistan के खिलाफ करांची में · T20-1 Dec 2006 south africa के खिलाफ जोहन्नेस्बर्ग में |
अंतिम मैच
| · ODI-18 March 2012 pakistan के खिलाफ ढाका में · Test-14-16 Nov 2013 west indies के खिलाफ मुंबई में · T20-1 Dec 2006 south africa के खिलाफ जोहन्नेस्बर्ग में |
राष्ट्रीय अवार्ड्स | |
| · 1994- अर्जुन अवार्ड · 1997-98- राजीव गाँधी खेलरत्न अवार्ड · 1999- पद्मश्री अवार्ड · 2001- महाराष्ट्र भूषण अवार्ड · 2008- पद्मा विभूषण अवार्ड · 2014- भारतरत्न अवार्ड |
ब्रांड एम्बेसडर | |
| · MRF टायर्स |
| · ब्रिटानिया बिस्कुइट्स |
| · अविवा लाइफ इन्शुरन्स |
| · jp ग्रुप सीमेंट |
| · कोका-कोला |
| · लुमिनिनोउस |
| · पॉवर बेक उप solution |
| · मुसाफिर |
| · औदेमार्स पिगुएत वाच |
| · कस्पेर्स्क्य इन्टरनेट सिक्यूरिटी |
| · आदिदास |
| · कैस्ट्रोल |
| · बूस्ट |
| · नेशनल एग कोआर्डिनेशन कमिटी |
| · वीसा |
| · फिलिप्स |
| · ICC क्रिक्के वर्ल्ड कप 2015 |
| · इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन |
| · गुडविल एम्बेसडर |
| · स्किल इंडिया मिशन |
सचिन तेंदुलकर का जन्म कहा हुआ ?
सचिन तेंदुलकर का जन्म २४ अप्रैल १९७३ में निर्मला नर्सिंग होम में दादर ,बॉम्बे(मुंबई) में हुआ|उनके पिता रमेश तेंदुलकर शिक्षक थे और जाने मानें उपन्यास लेखक थे | उनके माताजी(रजनी तेंदुलकर) इन्सुरांस कंपनी में काम करती थी| वो राजापुर में ब्राम्हण समाज में उनका जन्म हुआ |उनके पिता के चहेते सचिन देव बर्मन के नाम पर उनका नाम सचिन रखा गया|
सचिन उनके पिता के दूसरी पत्नी के लड़के थे ,उनके पहले पत्नी को दो लड़के और एक लड़की हे|सचिन साहित्य सहवास कोआपरेटिव सोसाइटी में बड़े हुए हे |उनके बड़े भाई अजितजी ने उनको क्रिकेट खेलने के लिए प्रोह्त्साहित किया |
कैसे वो क्रिकेट के दुनिया में आये और उनका कैरिएर
- वो बचपन में बहोत शरारती,बदमाश, लोगो से झगड़े करते थे | इसी बात से तंग आकर उनके बड़े भाई अजितजी ने उनको मुंबई के जाने माने क्रिकेट के कोच रमाकांत आचरेकर के पास लेकर गए| जब उन्होंने सचिन की बत्टिंग देखि तब उन्होने कहा की ये लड़का मेरे अकादमी में आने के लिया eligible नहीं हे |
- उनके बड़े भाई ने उन्हें रिक्वेस्ट की मेरा भाई अच्छा खेलता हे शायद आपको देखकर वो कोन्स्किऔस हो गया होंगा |तो उन्होंने पेड़ के पिछेसे उनकी बैटिंग देखि ,तब उन्होंने कहा की में इसे ट्रेन करूँगा,इसको आगे लेकर जाऊंगा |फिर इसके बाद सचिन ने जो इतिहास बनाया |रमाकांत जी ने कहा की इनको दादर के शारदा विद्या मंदिर में एडमिशन लेनी होगी,क्यूंकि इस स्कूल में क्रिकेट की टीम भी थी और माहोल भी था |
- उसके बाद सचिन ने स्कूल चेंज किया और आंटी के घर में रहने लगे |उन्होंने स्कूल से पहले और बाद में दो टाइमिंग क्रिकेट की प्रैक्टिस चालू की |दुनिया का महान बैटमैन बनने का सफ़र चालू हो गया था |रमाकांत जी ने उन्हें हर वो चीज सिखाई की,जिसे वो बहेतर से बहेतर बन पाए |
- उनकी बहन सविता ने उन्हें अपने जीवन में अपना पहला बल्ला सचिन को उपहार में दिया |वो बट्स कश्मीर से लाकर दियी थी|
- जब घंटो के प्रैक्टिस के बाद वो थक जाते थे तब उनको मोटीवेट करने के लिए रामाकंत्जी स्टंप पर एक सिक्का रखते थे |सभी ब्लोवेर्स को बोलते थे की जो भी सचिन को आउट करेगा उन्हें ये सिक्का इनाम में मिलेगा,लेकिन अगर इसको कोई आउट नहीं कर सका तो ये सिक्का सचिन को मिलेगा |सचिन के पास ऐसे १३ सिक्के हे,जिसे वो आज भी अपनी जिन्दगी के प्रेशियस सिक्के मानते हे |
- उनको बत्टिंग के साथ साथ बोलिंग का भी शोक था |तब उन्होंने मद्रास में ऍम आर अफ पके फाउंडेशन के कार्यक्रम में गए वहा पर सबसे तेज बोलर ऑस्ट्रेलियाई डेनिस लिली कोच थे|जब उन्होंने उनकी बत्टिंग देखि तब उन्होंने सचिन को कहा की आप बत्टिंग पर ही ध्यान केन्द्रित कीजिये |तब से उन्होंने सिर्फ बत्टिंग पर ही ध्यान दिया |
- वो स्कूल टीम के साथ साथ वो क्रिकेट क्लब के लिए भी खेलने लगे |जब मुंबई क्रिक्के अस्सोकिऐओन के द्वारा बेस्ट जुनिएर अवार्ड दिया जानेवाला था तब उनका नाम बहोत आगे माना जाता था |लेकिन उनको वो अवार्ड नहीं मिला,तो वो demotivate हुए थे |तब उस वक़्त उन्हें सुनील गावस्कर ने अपने पैड्स गिफ्ट किये थे |उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा की तब उस वक़्त वो पैड्स मेरे लिए बहोत बड़ा मोटिवेशन साबित हुआ थे |
- १४ नोबेम्बेर १९८७ ,१४ साल की उम्र में सचिन को रणजी ट्राफी के लिए मुंबई के टीम में शामिल किया गया था ,लेकिन टॉप ११ में शामिल नहीं किया गया था |उसके एक साल बाद जब सचिन की उम्र १५ साल २३२ दिन हुई अब उनको टॉप ११ में शामिल किया गया था और मुंबई के तरफ से ही पहले मैच गुजरात के खिलाफ खेली थी |पहले ही मैच में उन्होंने नोट आउट १०० रन्स बनाये थे |
- उसी दिन से पहले ही मैच से रिकॉर्ड बनाना सुरु किया था| भारत का सबसे छोटी उम्र का क्रिकेटर जिसने फर्स्ट क्लास देबुए में सेंचुरी मारी ये रिकॉर्ड सचिन ने अपने नाम कर लिया था |इसी प्रकार उन्होंने देवधर ट्राफी ,ईरानी ट्राफी में भी शतक बनाये थे |
- उसके बाद साल १९८९,१६ साल की उम्र में उनको इंडियन टीम में सिलेक्ट कर लिया गया |उस वक़्त सिलेक्टर राज सिंह डोंगरपुर थे |पहला मैच पाकिस्तान के सामने कराची में हुआ |तब उनकी उम्र १६ साल २०५ दिन थे ,पहली ही मैच में उन्होंने १५ रन बनाये और चोथी और आखिरी मैच में उनको नाक पर बॉल लगी और नाक से खून बहने लगा |
- नवज्योत सिधु सामने क्रीज़ पे थे |उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था की,सब लोग डर गए थे सचिन को बॉल लगने पर,तब सिधु जी ने सचिन को कहा की अगर तुम पवेल्लियन जाना चाहते हो तो जाओ कुछ टाइम के बाद आना तब तक फ़ास्ट बॉलर का टाइम भी ख़तम हो जायेगा |वापिस जाने की पूरी तैयारी हो गयी थी |लेकिन सचिन ने कहा की मै खेलूँगा| वो कहते हे न की जब शेर घ्यायल होता है तब ज्यादा खतरनाक का हो जाता है | इसी तरह अगले ही बॉल में उन्होंने चोका मारा था |इसके पहले वेस्ट इंडीज के खिलाफ की मैच में इनको भेजने वाले थे लेकिन सभी ने सोचा की वेस्ट इंडीज के फ़ास्ट बॉलर का सामना ये १६ साल का लड़का नहीं कर पायेगा इसीलिए उनको वहां नहीं भेजा गया |
- इसके बाद उन्होंने टेस्ट में कई सारी centurie बनायीं |वन दे मैच में पहली सेंचुरी मारने के लिए उनको ७९ मैच का इंतजार करना पड़ा |वन डे ७९ मैच में श्रीलंका के कोलोंबो में ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ खेलते हुए ९ सितम्बर १९८४ को पहली One डे सेंचुरी मारी थी |उसके बाद उनको रनर मशीन कहा गया |
- लोग सचिन को भगवान मानते थे क्यूंकि इन्होने ने इंडियन क्रिकेट टीम का इतिहास ही पलट कर रखा था|जो भी पुराने रिकॉर्ड थे उन्हें तोड़कर कही सारे रिकॉर्ड अपने नाम किये और ऐसे नाम किए की शायद ही उनके रिकॉर्ड कोई तोड़ पायेगा | साल १९९२ नवम्बर में दुसरे दिन टेस्ट के इंडिया और साउथ अफ्रीका के बिच किन्ग्स्मेअद दुर्बन में मैच चल रहा था,तब उनको दिस्स्मिस किया था क्यूंकि इनोहने टेलीविज़न रिले उसे किया था,तब कार्ल लिएबेंबेर थर्ड अंपायर थे इनोहने ने उनको डिसमिस किया था |
- १९९८ में स्कूल में हैरिस शील्ड मैच के दोरान बल्लेबाज विनोद काम्बली के साथ सचिन ने ६६४ रनों में अविजित साझेदारी दी |इस धमाकेदार जोड़ी के खेलने का प्रदर्शन देखने के बाद एक गेंदबाज रोने ही लगा और विपक्ष पक्षवालो ने मैच खेलने के लिए इंकार कर दिया |सचिन ने इस मैच में ३२० रन बनाये थे और १००० से भी ज्यादा रन प्रतियोगिता में बनाये |
- १९९८ में भारत के ऑस्ट्रेलिया के दोरान मैथु हैडन ने कहा ,”मैंने भगवान को देखा हे | ४ टेस्ट मैचों में भारत में”|तब सचिन जी ने कहा की में कई क्रिकेट का इश्वर नहीं हु |में गलती करता हु ,भगवान नहीं करते| जब भी वो मैदान में उतरने से सबसे पहले सूर्य देवता को नमन करते थे |क्रिकेट के प्रति उनको बहोत लगाव था |
- साल १९९९ वर्ल्ड कप के दोरान उनके पिता जी की मृत्यु हुयी तब वो वापस घर गए उनके पिताजी की अंतिम यात्रा पूरी की और वापस लौट गए |अगले मैच में खेलने उतरे और शतक मारकर अपने मरनोपंत पिता को श्रदांजलि दी |
- १.५kg की बैट इस्तेमाल करते थे ,उसके कारन उनको कही बार चोट भी लगी |सचिन की इन्जुरिएस ने उन्हें बहोत परेशान किया था | पूरा हिंदुस्तान उनके लिए प्रेयर करते थे |
- २००३ वर्ल्ड कप में मन ऑफ़ touranament रहे थे |लेकिन उनका जो वर्ल्ड कप का जो ड्रीम था वो अधुरा रह गया था |उसके बाद उन्होंने बहोत सारी matches खेले और दुनिया को चौका भी दिया |२००७ के टाइम में उनके करियर का सबसे डाउन पोल था |क्यूंकि वर्ल्ड कप २००७ में जब हिंदुस्तान पहले ही राउंड में निकल गया था |२००७ में ही ९०-१०० के बिच में ७ बार आउट हो चुके थे और ९९ के रन पर ३ बार आउट हुए थे |तब लोग बाते करते थे की उनको रिटायरमेंट लेनी चाहिए |लेकिन उन्होंने उनका जवाब जुबान से देने के बजाय बल्ले से देना जरुरी समजा |
- सचिन ने एक इंटरव्यू में कहा था ,जब आपके ऊपर स्टोन फेके जाये तो डरो मत उन स्टोन को माइलस्टोन में बदल दो |आपको कुछ बोलने की या करने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी |दुनिया का हर एक लीजेंड सचिन को लीजेंड मानता हे चाहे वो किसी भी देश का हो |
- साल २०११ में सचिन का वर्ल्ड कप जितने का सपना पूरा हुआ |उनकी टीम ने उन्हें कंधे पे उठाया और पुरे ग्राउंड में घुमाया और कहा की उन्होंने २२ साल तक देश के लाखो करोडो लोगो उम्मीदों का बोज़ अपने कंधे पर लिया है था इसिलए हमने आपको अपने कंधो पर उठाया है |
- २३ dec २०१२ को उन्होंने एक्दिव्शीय और टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा की थी |इस अवसर पर उन्होंने कहा की ,देश का प्रतिनिधितव करना और पूरी दुनिया में खेलना मेरे लिए एक बड़ा सम्मान था |उनको मुंबई के घरेलु स्टेडियम में २०० व टेस्ट मैच खेलने की इच्छा थी |उनके इच्छा के अनुसार अंतिम टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुंबई वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया |
- उन्होंने जैसा कहा था वैसा किया भी |१६ nov २०१३ मुंबई में ७४ रनों की पारी खेली और क्रिकेट के ट्रस्ट को अलविदा कह दिया |
- १७ साल की उम्र में उन्होंने अंजलि जी को मुंबई एअरपोर्ट मे देखा और पञ्च साल के बाद उनकी शादी हुयी| उनको एक बेटी सारा और बेटा अर्जुन हे |
- क्रिकेट के अलावा उन्हें अन्य खेलो से प्यार है जैसे की टेनिस ,फुटबॉल और फार्मूला १ और वो जॉन mcenroe,डिएगो मर्द्दोना और माइकल स्चुमचेर इनके बहुत बड़े प्रशसक है |
- साल २००२ में फार्मूला १ के लीजेंड michel schumacher ने उनको फेरारी ३६० मोडेना गिफ्ट दियी थी| साल २०१२ में उनको राज्य सभा के चुनाव में सदस्य के रूप में चुना गया |
- जब वो १९ साल के थे तब वो १० टाइम्स टेस्ट मैच में दिस्स्मिस हुए थे |
- साल २००८ में लन्दन मेडम तुस्सड्स में उनका वैक्स का स्टेचू बनाया गया था |
- अपनालय के द्वारा वो प्रतिवर्ष २०० बच्चो के पालन पोषण के लिए गैर सरकारी संगटन भी चलाते हे|वो NGO उनकी सासु माँ अन्नाबेल मेहता के साथी के द्वारा चलायी जाती हे |
- साल २०१३ में फोर्ब्स के मक्सिन में इनका नाम ५१ पोजीशन में था |
- इन्होने दो रेस्टोरेंट खोले हे एक “तेंदुलकर” कोलोंबो मुंबई में और “सचिन” बंगलौर मै है|
- माय २०१९ में उन्होंने एक इन्स्ताग्राम में बनवारी टोला उत्तरप्रदेश गाव में रहने वाली नेहा और ज्योति के साथ एक पोस्ट डाली थी |तब उन्होंने कहा था की ,मैंने फर्स्ट टाइम किसी दुसरे के हाथो से शेविंग की हे इससे पहले उन्होंने कभी बाहर शेविंग नहीं की थी |
- जून २०१९ में उन्होंने प्राग में फार्मूला १ में कार भी चलायी थी |
- २०१९ में ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप के दोरान लन्दन में विंटेज कार भी चलायी थी |
सचिन तेंदुलकर के वर्ल्ड रिकार्ड्स (World Records)
- साल १९९९ में सचिन तेंदुलकर और पूर्व भारतीय रक्षक राहुल द्रविड़ ने मिलकर नेव्झिलंद के खिलाफ एक मैच में ३३१ रनों की सर्वाधिक वनडे बल्लेबाजी की साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया था |लेकिन २०१५ में क्रिस गेल और मार्लोन सैमुअल्स ने यह रिकॉर्ड तोड़ दिया |
- २३ मई १९९९ सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने मिलकर केन्या के खिलाफ २३७ रनों की अविजित साझेदारी दी |सचिन ने कुल १५ अर्ध शतक जमाये है |
- सचिन तेंदुलकर ने अपने २२ वर्ष ९१ डेज करियर में एकदिवशिय मैच में १८,४२६ और टेस्ट मैत्चो में १५,९२१ रन बनाये थे और आंतराष्ट्रीय क्रिकेट में भी उन्होंने सर्वाधिक ३४,३४७ रन बनाने में सफल रहे |
- आंतराष्ट्रीय मैच में १०० शतक बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज है और सबसे अधिक शतक का रिकॉर्ड टेस्ट में (५१)और वनडे में ४९ सचिन के नाम पर है |दुसरे स्थान पर रिक्की पोंटिंग (७१) है|
- वो कुल ९८९ खिलाडियों के साथ और खिलाफ खेले है ,जिनमे १४१ भारतीय क्रिकेटर और ८४८ विरोधी क्रिकेटर मिले है |उन्होंने २०० आंतराष्ट्रीय टेस्ट खेले है जो की सर्वाधिक अधिक है |इनके बाद स्टीव जॉव ने १६८ तसत मैच खेले है |
- सबसे ज्यादा मन ऑफ़ थे सीरीज का किताब जितने वाले पाहिले खिलाडी है |
- सचिन ने एकदिवसीय में ४६३ मैच खेले है,और ऐसा रिकॉर्ड तोड़ने वाले वो दुनिया के पाहिले खिलाडी है |दुसरे नंबर पर ४४८ वनडे मत्चो में जयवर्दन है | इन्होने टेस्ट मैच में २०० मैच खेले है |इन २०० में से ९४ टेस्ट मैच अपने धरती पर ही खेले है,इनसे ज्यादा टेस्ट मैच अपने धरती पर खेलने वाला खिलाडी और कई भी नहीं है |दुसरे नंबर पर रिक्की पोंटिंग ने ९२ टेस्ट मैच अपने धरती पर खेले है |
- २४ फेब्रुवारी २०१० में साउथ अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में वो दोहरा शतक बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे |इनके बाद और 6 बल्लेबाजो(रोहित शर्मा ,मार्टिन गुप्तिल्ल,एमेलिया करर ,बेलिंडा क्लार्क,फकर ज़मान ) ने यह रिकॉर्ड तोडा है |
- वर्ल्ड कप में ४५ मैच में २२७८ रन बनाने वाले पहिले इंडियन क्रिकेटर है |विश्व की सूचि में रिक्की पोंटिंग का नाम सबसे उपर आता है उन्होंने ४६ मैच खेले है |
- इन्होने वर्ल्ड कप में ९ बार मन ऑफ़ थे मैच का किताब अपने नाम किया और एकदिवसीय मैच में ६२ बार मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब मिला है |
- वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा शतक ६ इन ४४ इन्निंग्स में बनाये गए थे |
- वनडे क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर और सौरभ गांगुली ने सर्वाधिक भागीदारी का रिकॉर्ड रखते है |२६ शतक के साथ १७६ परियो में साझेदारी में दोनों ने ८२२७ रन बनाये है |
- आंतराष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन ही ऐसे एकमात्र खिलाडी है जो २० साल की उम्र से पहले ५ आंतराष्ट्रीय टेस्ट शतक बनाये है |
- वह २२११ बौन्दरिएस के साथ वनडे क्रिक्के में सर्वाधिक बोउन्दारी का रिकॉर्ड रखते है |
- सचिन वनडे में १२९ परियो में शीर्ष स्कोर रहे है |दुनिया में अब तक किसी भी खिलाडी ने ये हासिल नहीं कर सका |
- आंतराष्ट्रीय क्रिकेट में ७६ बार मन ऑफ़ द मैच पुरस्कार का भी रिकॉर्ड रखते है (वनडे में ६२ टेस्ट मत्चो में १४) वनडे पारी के सूचि में शीर्ष दो बल्लेबाज वीरेंद्र सेहवाग (२१९) और रोहित शर्मा (२०९,२६४) और तीसरे स्थान पर सचिन का नाम आता है सबसे ज्यादा रन स्कोरर में |
- उन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में उन्होंने वनडे की सबसे अधिक संख्या १८९४ रन बनाये है |
- इन्होने वनडे क्रिकेट में ८ बार में एक कैलेंडर वर्ष में १००० से अधिक रन बनाये है |
- सचिन ने वनडे क्रिकेट में १६४ मैच अपने भारत में खेले है |आपको बता दे की सबसे ज्यादा वनडे मैच में पूर्व कप्तान अल्लन बॉर्डर ने १७७ मैच अपनी ही धरती पर खेले थे |
- उन्होंने जावेद मियादाद के साथ विश्व कप मिल के सबसे ज्यादा मतलब ६ विश्व कप खेले है |
- २००२ में ,विजडन क्रिच्केतेर्स अल्म्नैक ने उन्हें सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के बाद सर्वकालिक महान बल्लेबाज और सर विवियन रिचर्ड्स के बाद दुसरे सबसे बड़े एकदिवसीय बल्लेबाज के रूप में स्थान दिया |
- २०१३ में,वह एकमात्र भारतीय क्रिकेटर थे,जिन्हें विजडन क्रिच्केतेर्स अल्मैनेक की १५० वी वर्षगाठ के रूप में चिन्ह्तित करने के लिया आल टाइम टेस्ट इलेवन में शामिल किया गया था |
- साल २००३ में ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप साउथ अफ्रीका में आयोजित सचिन तेंदुलकर को ६७३ रन बनाये थे इसीलिए उनको मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट का किताब मिला था |
सचिन तेंदुलकर के राष्ट्रिय और अन्य अवार्ड्स(Awards)
आप सभी जानते होंगे, १६ नवम्बर २०१३ को सचिन ने क्रिकेट से सन्यास लिया था |उन्होंने सन्यास लेने के बाद उनको भारत सरकार ने सर्वोच बड़ा पुरस्कार भारत रत्न देने की घोषणा कर दी |४ फब्रुवारी२०१४ को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया था |४० वर्ष की आयु में यह सम्मान किसीको नहीं मिला था ,इतनी कम उम्र में उनको भारतरत्न ने नवाजा गया |आपको बता दे,की यह सम्मान क्रिकेट के फील्ड में नहीं दिया जाता था |सचिन को यह सम्मान देने के लिए पहले नियमो में बदलाव करने पड़े |तो चलिए जानते है सचिन तेंदुलकर के राष्ट्रिय और अन्य अवार्ड्स के बारे में |
राष्ट्रिय अवार्ड्स
- भारत सरकार ने १९९४ में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को अर्जुन अवार्ड मिला है |
- १९९७-९८-राजीव गाँधी खेलरत्न अवार्ड
- १९९९-पद्मश्री अवार्ड
- २००१-महाराष्ट्र भूषण अवार्ड
- २००८ -पद्मा विभूषण अवार्ड
- २०१४-भारत रत्न अवार्ड
अन्य अवार्ड्स
- १९९७-इस साल के विजडन क्रिकेटर
- २००२ -टेस्ट क्रिकेट में डॉन ब्रैडमैन के २९ शतको की बराबरी करने के लिए तेंदुलकर के कर्तव्य को देखते हुए ,ऑटोमोटिव कंपनी फेरारी ने उन्हें २३ जुलाई को ब्रिटिश ग्रैंड प्रिक्स के अपने पूर्व संध्या पर आमत्रित किया जो की विश्व चैंपियन माइकल स्च्मुअचेर से एक फरारी ३६० मोडेना प्राप्त करने के लिए
- २००३-२००३ क्रिकेट विश्व कप के प्लेयर ऑफ़ टूर्नामेंट
- २००४ ,२००७,२०१० -ICC विश्व वनडे एकादश
- २००९,२०१०,२०११-ICC विश्व टेस्ट एकादश
- २०१० -लन्दन में ,खेल और कम से पीपल चॉइस अवार्ड में उत्कृष्ट उपलब्धि एशियाई पुरस्कार,वर्ष के सर्वश्रेष्ट क्रिकेटर के लिए ICC पुरस्कार ,सर गारफील्ड सोबर्स ट्राफी विस्डन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ़ द इयर
- २०१०-LG पीपल्स चॉइस अवार्ड
- २०१०-भारतीय वायु सेना द्वारा मानद ग्रुप कप्तान की उपाधि
- ३१ मई २०११ -BCCI द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ट भारतीय क्रिकेटर
- २८ जानेवारी २०११-कैस्ट्रोल वर्ष के इंडियन क्रिकेटर
- ११ जून २०१२ -विस्डन इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट पुरस्कार
- ६ नवम्बर २०१२ -सिडनी क्रिक स्थल की मानद जीवन सीमा
- २०१३ -इंडियन पोस्टल सर्विस ने तेंदुलकर का एक डाक टिकिट जारी किया
- २८ नवम्बर २०१३ -फर्स्ट ब्रांड एम्बेसडर ऑफ़ UNICEFF फॉर साउथ एशिया
- २०१२-ऑस्ट्रेलिया के आदेश के मानद सदस्य,ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा दिय गए
- २०१९ -safaigiri पर सबसे प्रभावी सहायक एम्बेसडर पुरस्कार
- २०२० -बेस्ट स्पोर्टिंग मोमेंट के लिए लौरयूस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स
Conclusion:
सचिनजी कहते है की सपने देखो |सपने सच होते है अगर आप उसके लिए हार्ड वर्क और उसको पोसितिवेली सोचेंगे और अपने सपने को एन्जॉय करके करोगे तो आपका सपना जरुर पूरा होंगा |जब आप शॉर्टकट अपना के अपने ड्रीम को हासिल करोंगे तो आपको बहोत कठिनाई का सामना करना पड़ेगा|इसीलिए अपने ड्रीम के प्रति विश्वास रखो और हार्ड वर्क करते रहो |
आपको ये आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट्स करके जरुर बताना और उम्मीद करतीं हु की आपको सचिनजी के कुछ अवार्ड्स,और qualification क्या हे,बायोग्राफी,और नेट वर्थ (२०२०) के बारे में जानकारी मिली होंगी |अगर आपको ये आर्टिकल अछा लगा तो अपने दोस्तों को शेयर करना न भूले |